रोहित शर्मा की शुरुआत आईपीएल 2025 में अच्छी नहीं रही, उसका जाने का टाइम आ गया, दिल तोड़ देने वाला बयान

नई दिल्ली
रोहित शर्मा की शुरुआत आईपीएल 2025 में अच्छी नहीं रही। हालांकि, पिछली तीन पारियों में फिर भी उन्होंने कुछ रन बनाए हैं, लेकिन बड़ी पारी नहीं खेल पाए हैं। पहले मैच में शून्य, दूसरे मैच में 8, तीसरे मैच में 13, चौथे मैच में 17, पांचवें मैच में 18 और अब छठे मैच में 26 रन की पारी उन्होंने खेली। पांच बार मुंबई इंडियंस को आईपीएल चैंपियन बना चुके रोहित शर्मा का बल्ले से खराब दौर जारी है। इसको लेकर अब पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने कहा है कि उसके जाने का टाइम आ गया है।
सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में उतरे रोहित शर्मा ने 16 गेंदों में 26 रनों की पारी खेली। उनको पैट कमिंस ने आउट किया। अब तक आईपीएल 2026 की 6 पारियों में रोहित शर्मा ने 14 से भी कम के औसत से 82 रन ही बनाए हैं। वीरेंद्र सहवाग ने रोहित को अपनी विरासत बचाने के बारे में चेताया और यहां तक कहा कि शायद अब समय आ गया है कि वह इस प्रारूप से दूर जाने पर विचार करें।
क्रिकबज पर बात करते हुए सहवाग ने कहा, "अगर आप रोहित के पिछले 10 सालों के आईपीएल नंबरों को देखें, तो उन्होंने सिर्फ एक बार 400 से ज्यादा रन बनाए हैं। इसलिए वह ऐसा खिलाड़ी नहीं है जो सोचता है कि उसे 500 या 700 रन बनाने की जरूरत है। अगर वह सोचता है, तो वह ऐसा कर सकता है। जब वह भारतीय कप्तान बना, तो उसने कहा कि वह ऐसा खिलाड़ी बनना चाहता है जो पावरप्ले का फायदा उठाना चाहता है और मौकों का फायदा उठाना चाहता है, इसलिए वह अकेले ही सारे त्याग करना चाहता है, लेकिन वह इस तथ्य पर विचार नहीं कर रहा है कि दिन के अंत में जब वह अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहा है, तो यह आपकी विरासत है जिसको नुकसान पहुंच रहा है।"
सहवाग ने आगे कहा, "अब उसका जाने का टाइम आ गया है और रिटायर होने से पहले, आप प्रशंसकों को आपको याद रखने के लिए कुछ देना चाहेंगे, ना कि ऐसे क्षण जो उन्हें यह सोचने पर मजबूर करें कि वे उसे क्यों नहीं ड्रॉप कर रहे हैं। 10 गेंदें एक्स्ट्रा लें, लेकिन कम से कम खेलें और खुद को मौका दें। वह कई बार बैक ऑफ द लेंथ गेंदों पर पुल शॉट खेलने पर आउट हो जाता है। इसलिए उसे तय कर लेना चाहिए कि एक पारी में वह पुल शॉट बिल्कुल नहीं खेलेगा, लेकिन उसे यह कौन समझाएगा? कोई तो होना चाहिए जो उसे सामान्य क्रिकेट खेलने के लिए कहे। जब मैं वहां था, तो सचिन, द्रविड़ या गांगुली मुझे सामान्य क्रिकेट खेलने के लिए कहते थे।"