खेल

विनेश के भारत आने के बाद वह उनसे बात करेंगे और उन्हें 2028 ओलंपिक में खेलने के लिए राजी करेंगे: चाचा महावीर फोगाट

नई दिल्ली
पेरिस ओलंपिक में कुश्ती की 50kg कैटेगरी से अधिक वजन के चलते डिस्क्वालिफआई हुई विनेश फोगाट ने आज यानी गुरुवार, 8 अगस्त को तड़के सुबह संन्यास का ऐलान कर दिया। उनके इस ऐलान के बाद पूरा देश स्तब्ध है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि मां, कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई…माफ करना आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024। आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी माफी। विनेश फोगाट के रिटायरमेंट के ऐलान के बाद फैंस निराश थे कि वह अब इस पहलवान को फिर से कभी लड़ते हुए नहीं देख पाएंगे। हालांकि अब उनके चाचा महावीर फोगाट ने विनेश के रिटायरमेंट वापस लेने की थोड़ी उम्मीद जगाई है। उनका कहना है कि विनेश के भारत आने के बाद वह उनसे बात करेंगे और उन्हें 2028 ओलंपिक में खेलने के लिए राजी करेंगे।
 
भारतीय कुश्ती के एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहे महावीर फोगट ने विनेश की स्थिति पर टिप्पणी करते हुए एएनआई से कहा “वह इस बार ओलंपिक स्वर्ण लाने वाली थी, लेकिन अयोग्य घोषित कर दी गई। इस तरह के झटके के बाद दुखी होना स्वाभाविक है और इसलिए उसने यह निर्णय लिया। एक बार जब वह घर वापस आ जाएगी, तो हम उससे 2028 ओलंपिक में प्रतिस्पर्धा करने के बारे में बात करने की कोशिश करेंगे।” हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने घोषणा की है कि अयोग्य ठहराए जाने के बावजूद विनेश फोगाट को ओलंपिक रजत पदक विजेता के समान सम्मान और पुरस्कार मिलेगा।

इस पर महावीर ने कहा, “मुख्यमंत्री द्वारा यह एक अच्छी पहल है। उन्होंने इस तथ्य को स्वीकार किया है कि उसे रजत पदक मिला है। यह एक अच्छा कदम है और मैं इसका समर्थन करता हूं। मैं हरियाणा सरकार को धन्यवाद देता हूं, अगर अन्य एथलीटों के साथ कभी ऐसा होता है तो इससे उन्हें प्रोत्साहन मिलेगा।”
 
गुरुवार को सीएम सैनी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में विनेश के प्रति अपने समर्थन पर जोर दिया। सैनी ने लिखा, "ओलंपिक रजत पदक विजेताओं को राज्य सरकार जो सम्मान, पुरस्कार और सुविधाएं देती है, वे सब फोगट को भी दी जाएंगी।" उन्होंने विनेश के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा, "हरियाणा की हमारी बहादुर बेटी विनेश फोगट ने शानदार प्रदर्शन किया और ओलंपिक के फाइनल में प्रवेश किया। कुछ कारणों से वह भले ही ओलंपिक का फाइनल नहीं खेल पाई हो, लेकिन वह हम सभी के लिए चैंपियन है।"

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button