राजनीतिक

आसमान पर थूका अपने पर गिरता है, पढ़े-लिखे PM वाले AK के बयान पर भाजपा का जवाब

 नई दिल्ली

दिल्ली के मुख्यमंत्री ने हाल ही में एक जनसभा के दौरान कहा था कि देश के प्रधानमंत्री को पढ़ा-लिखा होना चाहिए। उनके इस बयान को लेकर कई प्रतिक्रियाएं आईं। अब भारतीय जनता पार्टी के कुछ नेताओं ने केजरीवाल के इस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी ने ट्वीट कर कहा है कि आसमान पर थूका अपने मुंह पर ही आकर गिरता है! कुछ तो शर्म करो केजरीवाल! जिस व्यक्तित्व का सारी दुनिया लोहा मान रही है और प्रशंसा करते नहीं थकती, उसके बारे में इस तरह की बातें करने से आपकी घटिया मानसिकता का ही पता चलता है।

भाजपा नेता डॉक्टर हर्षवर्धन ने ट्वीट कर कहा, 'पीएम नरेंद्र मोदी एकमात्र ऐसे जननेता हैं, जिनके एक आह्वान पर पूरा देश एकजुट हो जाता है। आपकी परेशानी सिर्फ और सिर्फ यही है। अरविंद केजरीवाल जी,राजनीति में इतना मत गिरिए कि कोविड के दौरान स्वयं की चिंता छोड़ अपना कर्तव्य निभाने वाले योद्धाओं के सम्मान का ख्याल न रहे।'

दिल्ली बीजेपी के उपाध्यक्ष सुनील यादव ने अपने ट्वीट में कहा, 'आप IRS अफसर थे व IIT से पढ़े यह कोई नहीं कह सकता! थाली बजाना कोरोना भगाने को नहीं कोरोना वॉरियर्स का मनोबल बढ़ाने को थी। जब दिल्ली ऑक्सीजन को तरस रही थी तब आप होटलों में बैठकर विनाशकारी शराब नीति बना रहे थे। देश को महामारी से मोदी जी ने कैसे बचाया है उसकी दुनिया तारीफ करती है!'

भाजपा के एक अन्य नेता हर्षदीप मल्होत्रा ने अपने ट्वीट में लिखा, 'केजरीवाल तुम और तुम्हारे पढ़े-लिखे शिक्षा मंत्री जो दिल्ली की जनता  को शराब पिला कर मार रहे थे और मनीष शराब घोटाले के दस हज़ार करोड़ के भ्रष्टाचार में जेल में बंद हैं। दिल्ली को ऐसा जन द्रोही CM और शिक्षा मंत्री नहीं चाहिए। हमें करोना भगाने वाला पीएम चाहिए।'

दिल्ली भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने ट्वीट किया है, 'आप IIT पास हैं, विश्वास नहीं होता। थाली बजाना कोरोना वारियर्स की सराहना के लिए था कोरोना भगाने के लिए नहीं। जिस समय दिल्ली की जनता कोरोना से मर रही थी उस वक़्त तुम लोग भ्रष्टाचार करने के लिये शराब नीति बना रहे थे। आज मोदी जी के कुशल नेतृत्व में ही देश इस महामारी से बाहर निकला है।'

क्या कहा था अरविंद केजरीवाल ने….

अरविंद केजरीवाल ने मध्य प्रदेश के भोपाल में एक चुनावी रैली के दौरान हाल ही में कहा था, 'कम पढ़े-लिखे प्रधानमंत्रियों में कोई आकर कहेगा कि प्रधानमंत्री जी सबसे थाली बजवाओ तो तरंगें निकलेंगी उससे कोरोना भाग जाएगा। पूरे देश से थाली बजवा दी, चम्मच थाली सारे देश ने बजाया। बोले की प्रधानमंत्री कह रहे हैं तो होगा ही कुछ। भागा कोरोना? इसलिए मैं कह रहा हूं कि देश के प्रधानमंत्री को पढ़ा-लिखा होना बहुत जरूरी है।'

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button