भोपालमध्य प्रदेश

गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाया जाएगा : उप मुख्यमंत्री शुक्ल

भोपाल
उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय ग्वालियर प्रदेश का पहला व सबसे पुराना चिकित्सा महाविद्यालय है। ग्वालियर-चंबल संभाग सहित प्रदेश के अन्य जिलों एवं राजस्थान व उत्तरप्रदेश के समीपवर्ती जिलों के मरीज महाविद्यालय और जेएएच अस्पताल में इलाज के लिए आते हैं। गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय को उत्कृष्ट चिकित्सा के लिहाज से सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में स्थापित किया जाएगा। इसके लिए आधुनिक चिकित्सा उपकरण, अधोसंरचना, चिकित्सक व पैरा मेडीकल स्टॉफ की पूर्ति सरकार करेगी। उन्होंने कहा कि जेएएच अस्पताल समूह में आने के बाद हर प्रकार के मरीज को सभी प्रकार की उच्च स्तरीय विशेषज्ञ चिकित्सा सेवाएं मिलनी चाहिए। यहां से किसी भी मरीज को कहीं ओर रेफर करने की नौबत न आए। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल को ग्वालियर में गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय की सामान्य परिषद की 10वीं बैठक में यहां की स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा कर रहे थे।

बैठक में सामाजिक न्याय एवं उद्यानिकी मंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाह, ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, सांसद श्री भारत सिंह कुशवाह, राज्यसभा सांसद श्री अशोक सिंह , महापौर डॉ. शोभा सिकरवार, विधायकगण श्री मोहन सिंह राठौर, डॉ. सतीश सिकरवार व श्री साहब सिंह गुर्जर, भाजपा जिला अध्यक्ष श्री जयप्रकाश राजौरिया, संभाग आयुक्त श्री मनोज खत्री, संचालक लोक स्वास्थ्य व चिकित्सा एवं अध्यक्ष स्वाशासी समिति श्री नीरज सिंह , कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान व मेडिकल कॉलेज के अधिष्ठाता डॉ. आर के एस धाकड़ सहित सामान्य परिषद के अन्य सदस्यगण एवं मेडिकल कॉलेज के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष मौजूद थे।

उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय और संबद्ध अस्पतालों में उन्नत चिकित्सकीय सेवाओं बाईपास व ओपन हॉर्ट सर्जरी, किडनी ट्रांसप्लांट, न्यूरोसर्जरी व यूरोलॉजी एवं केंसर के जटिल ऑपरेशन का प्रदाय शुरू करें। सभी जरूरी सुविधाएं सरकार उपलब्ध कराएगी। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने प्रदेश के हर क्षेत्र में उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने की सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि ग्वालियर मेडिकल कॉलेज सहित प्रदेश के इंदौर, भोपाल, जबलपुर व रीवा के मेडीकल कॉलेज अस्पतालों को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित किया जाएगा। इस दिशा में तेजी से प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं।

खाली पद भरने के लिए वॉक इन इंटरव्यू जारी रखें

उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने मेडिकल कॉलेज के डीन को निर्देश दिए कि मेडीकल कॉलेज में स्वीकृत प्राध्यापक व सहायक प्राध्यापकों के खाली पद भरने के लिए लगातार वॉक इन इंटरव्यू कराएं। साथ ही सुपर स्पेशिलिटी सहित अन्य विभागों में जरूरत के मुताबिक पद स्वीकृत कराएं। उन्होंने जानकारी दी कि प्रदेश भर में पदों की पूर्ति के लिए सरकार द्वारा चिकित्सकों के 3500 एवं पेरा मेडीकल स्टाफ के 10 हजार पदों की भर्ती की जा रही है। अक्टूबर माह तक यह भर्ती प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।

मरीजों एवं अटेण्डर का हो स्वागत उन्हें भटकना न पड़े

उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि इलाज के लिए जेएएच समूह आने वाले मरीजों एवं उनके अटेण्डर को अस्पताल पहुँचते ही ऐसा महसूस होना चाहिए कि यहाँ पर उनका स्वागत हो रहा है। उनके प्रति स्टाफ का व्यवहार संवेदशील हो और उन्हें इलाज के लिए भटकना न पड़े। ऐसी व्यवस्था बनाई जाए, जिससे भर्ती की प्रक्रिया जल्द से जल्द पूर्ण होकर और इलाज शुरू हो जाए। उन्होंने अस्पताल परिसर में मरीजों के आवागमन के लिए जल्द से जल्द टेंडर प्रक्रिया पूर्ण कर वाहन सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए।

वेतन संबंधी समस्याएं भी जल्द हल की जाएंगी

उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने सुपर स्पेशिलिटी के चिकित्सकों को आश्वस्त किया कि उनकी वेतन विसंगति संबंधी समस्या का जल्द निदान किया जाएगा। उन्होंने सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल में चिकित्सकों के पदों की पूर्ति के लिए प्रभावी प्रयास करने के निर्देश दिए।

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